प्राचीन समय में इस सपने की व्याख्या एक बुरे शगुन के रूप में की गई थी, लेकिन अब इसे एक चक्र के अंत और दूसरे की शुरुआत के रूप में माना जाता है।
प्राचीन समय में इस सपने की व्याख्या एक बुरे शगुन के रूप में की गई थी, लेकिन अब इसे एक चक्र के अंत और दूसरे की शुरुआत के रूप में माना जाता है।